Friday, August 12, 2011

बहना मेरी ' झाँसी वाली रानी' बनो तुम

प्रतिदिन छपता ये समाचार है ,
नारी होती अत्याचार की शिकार है
आये दिन होता जो ये दुराचार है,
नारी ख़ुद भी इसके लिए ज़िम्मेदार है

अपनी मान-मर्यादा बचाने के लिए ,
नीचता को सबक़ सिखाने के लिए
कोमलता त्याग , मर्दानी बनो तुम !
बहना मेरी ' झाँसी वाली रानी' बनो तुम

चन्द्रमा की सोलह कला हैं नारियां
कामिनी-कनक-चपला हैं नारियां
कौन कहता है 'अबला' हैं नारियां
दुर्गा-भवानी-कमला हैं नारियां
आये दु:शासन तो तुम न डरो,
किसी से मदद की गुहार न करो ,

खप्पर ले लो हाँथ में , भवानी बनो तुम
बहना मेरी ' झाँसी वाली रानी' बनो तुम

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